फेस बुक की कहानी


 मार्क जुकर्सबर्ग
मार्क जुकेरबर्ग फेस बुक के संस्थापक हैं. मार्क सिर्फ छः साल पहले हारवर्ड विश्विद्यालय के छात्र थे. उनका जन्म १४ मई १९८४ को व्हाइट प्लेन्स न्यूयोर्क में हुआ था. उन्होंने २८ अक्तूबर २००३ को फेस मेश नामक एक इन्टरनेट अप्लिकेशन बनाया जिसमे विश्विद्यालय के छात्र छात्राओ के चित्र रख कर खूबसूरती के बारे में पूछा जाता था. इसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालय के आंतरिक नेटवर्क में हैकिंग कर विद्यार्थियों के चित्र उड़ा लिए थे. इस अप्लिकेशन को बाद में बंद करवा दिया गया. 

       इसके एक वर्ष बाद २००४ में उन्होंने 'द फेस बुक' की स्थापना की. ४ फरवरी को इसे लाँच किया गया. प्रारंभ में इसे सिर्फ हार्वर्ड के विद्यार्थियों के लिए ही खोला गया लेकिन इसकी बढती लोकप्रियता को देखते हुए सभी विश्विद्यालय के छात्रो के लिए खोल दिया गया. इसके लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लांच के एक महीने के अंदर ही आधे हार्वर्ड के छात्र इसके सदस्य थे. 

      कुछ ही समय में फेसबुक अमेरिका और कनाडा के सभी विश्वविद्यालयों में प्रसिद्द हो चुकी थी. इस समय तक सिर्फ छात्र ही इस साईट के सदस्य बन सकते थे किन्तु २६ सितम्बर २००६ से इसे १३ वर्ष से अधिक के सभी व्यक्तियों के लिए खोल दिया गया. अब आप इसकी लोकप्रियता का अंदाजा जुकेर्बेर्ग के इस ब्लॉग पोस्ट के हिस्से से लगा सकते हैं "As of this morning, 500 million people all around the world are actively using Facebook to stay connected with their friends and the people around them. " (मूल रूप से यहाँ पढ़ें)


     फेसबुक पर आप अपनी प्रोफाइल बनाकर दुनिया के करोड़ों लोगों के संपर्क में रह सकते हैं. इस पर आपकी अभिरुचि के सैकड़ो पेज पसंद करके अपने समान रूचि वाले लोगों से विचारों का आदान प्रदान कर सकते हैं. इस पर मित्रों का संजाल फैला कर आप अपनी बात हजारों लोगों तक कुछ ही मिनटों मैं पंहुचा सकते हैं.
     
      आज कल लोग फेसबुक को अपनी व्यावसायिक आवश्यकताओ की पुर्ति के लिए भी प्रयोग करतें हैं. 

     सोशल नेटवर्किंग आज के जमाने का दस्तूर है. इस तरह के साधनों ने आत्मकेंद्रित होते इस संसार को कुछ करीब जरूर किया है. फेसबुक तो अपनी तरह का एक अनोखा संसार है. यह ये सिद्ध करने के लिए काफी है की सोचो तो कुछ भी है आसन. जिस तरह इन्टरनेट दुनिया को करीब लाया है फेसबुक उसी उपयोगिता का विस्तार है. मेरी शुभकामनायें इस नए युग के नए फेसबुक को.

अगली पोस्ट मैं मैं फेसबुक को अपने इन्टरनेट बिजनेस मैं कैसे इस्तेमाल करे इस की जानकारी दूँगी अभी के लिए इतना ही.

शुभ कामनाओं सहित
गीतांजली शर्मा 
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